भाजपा और UPPL से संबंध रखने वाला है 500 के नोटों की गड्डियों संग तस्वीर खिचवाने वाला शख्स ?
आजकल लोग आये दिन कुछ न कुछ अतरंगी चीजे करते ही रहते हैं । ताकि वो लोगों की नजरो में बने रहे हैं , जी हाँ बिकुल कुछ ऐसी ही एक नयी फोटो वायरल हुई है जिसमे एक व्यक्ति 500 के नोटों के ढेर पर सोता हुआ दिख रहा है। उसे शरीर पर पांच -पांच सौ के नॉट बिक्री हुए दिख रहे हैं। अब इस तस्वीर को देख कुछ सोशल मीडिया यूजर्स भाजपा और असम की एक राजनितिक पार्टी पर निशाना लगा रहे हैं । और कह रहे हैं कि इस तस्वीर पर असम में भाजपा के सहयोगी दल UPPL के एक मेंबर की है।
परन्तु अब UPPL का कहना है कि यह व्यक्ति पार्टी से कोई नाता नहीं रखता है। और बता दें कि लोकसभा चुनाव आने वाले हैं जिसके लिए असम में UPPL का भाजपा से गठबंधन है। यूजर्स UPPL के साथ -साथ भाजपा को भी लपेटे में ले रहे हैं ।
विपक्ष ने बयान में कहा है :
“मोदी के नेतृत्व वाली BJP सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का संकल्प लिया है, असम में इनकी सहयोगी, UPPL पार्टी के एक सदस्य को 500 रुपये के नोटों के ढेर पर सोते हुए पाया गया। अच्छे दिन आ गए तो नींद भी अच्छी आए!”
कौन है ये आदमी
रिपोर्ट के अनुसार इस व्यक्ति का नाम बेंजामिन बासुमतारी बताया जा रहा है अब सोशल मीडिया यूजर्स अपनी ओर से दावा कर रहे हैं कि बेंजामिन बासुमतारी UPPL से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, बेंजामिन बासुमतारी को असम के भैरगुरी में ग्राम परिषद विकास समिति (VCDC) का ‘अध्यक्ष’ भी बताया जा रहा है। हालांकि, UPPL ने कहा कहना है कि अब ओस शख्स का पार्टी से कोई लें दें नहीं है।
UPPL ने अपनी बयान में कहा कि
” बेंजामिन बासुमतारी के खिलाफ 5 जनवरी, 2024 को अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी, UPPL ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष प्रमोद बोरो को उस तारीख पर लिखा गया खत भी जारी किया है। “
UPPL की ओर से बताया गया है कि बेंजामिन बासुमतारी के खिलाफ 5 जनवरी, 2024 को अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी, UPPL ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष प्रमोद बोरो को उस तारीख पर लिखा गया खत भी जारी किया है।
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खत के अनुसार ग्राम परिषद विकास समिति के अध्यक्ष बेंजामिन बसुमतारी के बहुत से भ्र्ष्टाचारी के किस्से सामने आये थे । बेंजामिन के ऊपर PM आवास योजना और मरेगा के फंड का भी इस्तेमाल किया गया था और इस खत में बताया गया है कि अब बेंजामिन कि मेम्बरशिप UPPL से खत्म की जा रही है। जिसे 10 फरवरी 2024 को ग्राम परिषद विकास समिति पद हटा दिया गया था