कांग्रेस पार्टी को गाँधी नेहरू परिवार से हटकर भी देखना चाहिए

आपको बता दें की कांग्रस पार्टी लगातार चुनाव में हार का सामना कर रही है। इसकी आलोचना खुद कांग्रेस के नेता ही कर हैं की इसकी मुख्य बजह खुद गांधी परिवार ही हैं। इसपर पूर्व राष्रपति श्री प्रणव मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपना बयान दिया हैं की कांग्रेस पार्टी को गाँधी और नेहरू परिवार से बहार भी नज़र उठा के देखना चाहिए। पार्टी के इस पर ध्यान देना चाहिए की कैसे पार्टी का नेतृत्व करें और बदलाव लाएं।

क्या कहा शर्मिष्ठा मुखर्जी जी ने

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा की कांग्रेस अभी भी सबसे बड़ा विपक्षी दल हैं। इसका स्थान निर्विवाद है । सवाल ये हैं कि इस की उपस्थिति को कैसे मजबूर करें। इस बात पर वह चर्चा करें और नतीजे पर पहुंचे पर ये काम तो कांग्रेस नेताओ का ही हैं। और ये कोई जादू नहीं हैं जो छड़ी घुमा दी इस पर विचार विमर्श होना चाहिए। प्रणव दाकी बेटी ने भी कहा की अब समय आ गया जब कांग्रेस को गाँधी – नेहरू परिवार से हटकर सामने आना चाहिए। वे कट्टर कांग्रेस नेता हैं चाहे लोग इसका यकीन करे न करे।
यह पार्टी का फर्ज हैं कि वह आत्मनिरक्षण करें कि क्या वह सही मायने में पार्टी को आगे लेकर जा रहे हैं । बहुलबाद, धर्मनिरपेक्षिता , सहिषुणता , अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ये कांग्रेस के मूल हैं क्या इनका अनुसरण किया भी जा रहा हैं ? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ये नहीं हैं कि आप पार्टी के नेता का गुणगान करें बल्कि आप जिस समय पार्टी के नेतृत्व की आलोचना करें उसी बक्त आपको पूरा सिस्टम कटघरे में ला के खड़ा कर दे ।

अधिक पढ़ें :दिल्ली के डाबरी में तीन लोगों की मौत

विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर भी शर्मिष्ठा जी ने कहा हैं कि INDIA गठंधन वो नहीं हैं बल्कि ये इंडि गठबंधन हैं। जिस समय इसके नाम की घोषणा हुई तो मेने कहा था कि अगर ये फ़ैल हो गया तो इसकी हेडलाइंस क्या होंगी। इसलिए किसी भी राजनितिक दल को देश का पर्याय नहीं होना चाहिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *