बकरा काटने वाले चाकू से नौजवान लड़के कि गला काट कर की हत्या

अंकित सक्सेना हत्याकाँड के मामले में पंद्रह जनवरी को कोर्ट का फैसला आ जाएगा। आपको बता दें कि 6 साल पहले फरवरी 2018 में अंकित सक्सेना कि बड़ी दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गयी थी। कोर्ट ने कथित तौर पर अंकित कि प्रेमिका के माता – पिता और मामा को हत्या का दोषी माना है , आपको बता दें कि अंकित कि मौत के तीन साल बाद उसके पिता कि भी मौत हो गयी , अब अंकित के परिवार में बस उनकी माँ ही रह गयी है जो कि उस दिन को यद् क्र बताती हैं कि कुछ पीएलओ का समय था और सब कुछ बदल गया। अंकित कि माँ ने कहा कि हमे इतना भी समय नहीं मिला कि समझ पाएं कि क्या हो रहा है। हत्या इस तरीके से की गयी कि किसीका दिल देहल जाये।अंकित और उसकी माँ खड़े हैं , और कुछ लोग अंकित से पूछ रहे हैं कि उनकी बेटी शहज़ादी कहाँ है जबकि वो कह रह अध्कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। माँ बीच में वचाव करती है तो लड़की कि माँ उन्ही पर टूट पड़ती है। अभी छोटी मोती बहस हो रही थी और फिर गली गलोच शुरू हो गयी अंकित कि माँ ने ऐसा कभी नहीं सोचा था कि इतनी सी बात पर उसके बेटे कि हत्या कर दी जाएगी क्यूंकि जिनसे बहस चल रही थी वह उनके ही पड़ोसी थे।

माँ ने बताया पूरा मामला

जिनसे बहस हो रही थी वह पड़ोसी ठये जिनके साथ अंकित सालों से रह रहे थे। अंकित और शहज़ादी का बचपन साथ खेल कर बीता है जिसमे में ये सब तो सोच ही नहीं सकती थी कि ये मेरे बेटे कि हत्या भी कर सकते हैं। दोनों परिवारों में बहस चल रही थी , लड़की के मामा ने अंकित का हाथ पकड़ लिया इतने में शहज़ादी के पिता अंकित के बाल खींचना शुरू कर दिया गर्दन अपनी तरफ मोड़ी और गर्दन पर चाकू चला दिया। अंकित कि माँ ने कहा कि ये सब देख के लग रहा था कि हत्या कि तैयारी पहले से ही चल रही थी बकरा काटने व;इ चाकू से अंकित को मारा गया।जब उनसे पूछा गया कि वह अकेले क्या करती रहती हैं तो उन्होंने कहा कि , चाय – पानी, पूजा -पाठ पड़ोसियों से बतियाना , कभी अपने मायके देहरादून चली जाती हूँ , या विछाबन पर पड़ी रहती हूँ अकेला जन और करे भी क्या।

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जिस दिन अंकित कि हत्या हुई उस दिन शाहजादी घर से कहीं चली गयी थी. शक में उसके पिता अकबर अली, मां शहनाज बेगम और मामा मोहम्मद सलीम ने रघुबीर नगर में बीच सड़क अंकित की बकरा करने वाले चाकू से गला काटकर हत्या कर दी. कोर्ट ने इन तीनों को आरोपी घोषित किया . 121 पन्नों के जजमेंट में कोर्ट ने यह भी माना कि अंकित की मां कमलेश पर हमला किया गया था, जब वो अपने बेटे के बचाव की कोशिश कर रही थीं. लड़की का नाबालिग (उस समय ) भाई भी मामले में दोषी पाया गया. उसके खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में मामला अभी चल रहा है, जबकि 15 जनवरी को तीस हजारी कोर्ट बाकियों को सजा सुनाई जा सकती है

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