कौन होंगे UCC में ड्राफ्ट देने वाले लोग

समान नागरिक सहिता का मसौदा तैयार करने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाई गयी कमेटी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ड्राफ्ट के डाक्यूमेंट्स सौंप दिए।  यह अनुमान लगाया जा रहा है की धामी साकार यूसीसी को लागु कर सकती है और अगर ऐसा हुआ तो उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य होगा जहाँ पर  यूसीसी लागु होगी।  इस कानून के तहत सभी नागरिको को एक समान विवाह , तलाक , भूमि , सम्पत्ति और विरासत कानून को लागु करने के लिए एक क़ानूनी ढांचा मिलेगा। पुष्कर सरकार ने कहा की जैसे हमने वादा किया था सरकार बनने के बाद हमने पहली कैबिनेट मीटिंग में ही समान संहिता कानून बनाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति के गठन का फैसला किया। 

क्या है यूसीसी 

UCC  (Uniform  Civil  Code) यानि की भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए सभी कानूनों का समान होना चाहे वो किसी भी जाती अथवा धर्म से संबंध रखते हों। इस कानून में सभी धर्म के लिए शादी , जायदाद , बंटवारे के एक समान कानून लागू होंगे।  इसका सीधा सा अर्थ है कि यह कानून निष्पक्ष है जिसमे किसी भी धर्म और जाती का कोई ताल्लुक नहीं है।

किसने बनाया ड्राफ्ट

ड्राफ़्ड बनाने के सिक्किम के पूर्व उप मुख्यमंत्री जस्टिस प्रमोद कोहली , उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह , दून  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेख डंगवाल और मनु गौड़ भी शामिल थे।   

न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई 

1973  में सरकारी लॉ कॉलेज से लॉ कि डिग्री पूरी करने के बाद , रंजना प्रकाश ने क़ानूनी पेशा अपना लिया।  उन्होंने साल 1979  में मुंबई हाईकोर्ट में सरकारी वकील  और फिर हाईकोर्ट  में निवारक हिरासत मामलो के लिए स्पेशल लोक अभियोजक नियुक्त किया गया था। 

न्यायमूर्ति प्रमोद कोहली 

जस्टिस कोहली ने साल 1972  में अपनी लॉ डिग्री कॉलेज लॉ डिग्री की।  1990  में जम्मू और कश्मीर का महादिवक्ता चुना गया और बाद में उन्होंने तत्कालीन स्टेट महादिवक्ता के रूप में कार्यभार संभाला।  वह माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय  के क़ानूनी सलाहकार बने। 

मनु गौड़ 

उत्तराखंड के मनु पेशे से कृषक हैं।  वह टैक्सपेयर एसोसिएशन ऑफ़ भारत के अध्यक्ष भी हैं।  इनका काम करदाताओं का कल्याण , जनसंख्या नियंत्रण , सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों का पुनुरुद्धार और भरक के विकास करने वाला एक संगठन है।

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डॉ सुरेखा डंगवाल 

डॉ सुरेखा डंगवाल  दून  विश्वविद्यालय में कुलपति हैं  , इन्होने उत्तराखंड के श्रीनगर शहर में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में अंग्रेजी , आधुनिक यूरोपीय और अन्य विदेशी भाषाओ  के विभाग में कार्य किया है। 

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