भक्तो की भीड़ से रामलला को हुई परेशानी
अयोध्या के रामलला की प्राण प्रतिष्टा के बाद से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी पड़ी है । हर रोज़ लाखो की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे है। अयोध्या भक्तो की भीड़ से जगमगा उठा है। बस स्टेशन , रेलवे स्टेशन ,होटल्स हर जगह भक्त ही दिखाई पड़ते हैं। ऐसे में रामलला को भी परेशानी हो रही है , जिसके चलते राम मंदिर ट्रस्ट ने एक खास योजना बनाई है अगर आप भी जाने की सोच रहे हैं तो ध्यान दीजियेगा।
महासचिव चम्पत राय का कहना है कि वैसे तो राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद चौदह घंटे तक मंदिर में दर्शन करने का समय है परन्तु लोगों का मानना है कि पांच साल के बालक को बीच – बीच में विश्राम की भी जरुरत है। राय फिलहाल इंदौर के दौरे पर थे और उन्होंने कहा कि अगर बात करें श्रद्धालुओं की तो हर दिन लगभग एक लाख तक लोग आजाते हैं। और हर दिन 14 घंटे तक मंदिर में दर्शन की व्यवस्था है। और आप सोचिये क्या एक बालक को चौदह घंटे जगाना ठीक है क्या ? इसलिए बीच बीच में उनके विश्राम का समय भी होना चाहिए।
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साथ में उन्होंने बताया की मंदिर के ऊपरी परकोटे और इस मंदिर के अन्य देवालयों का निर्माण 2025 के मध्य तक पूरा होने की आशा है। रामलला के पटवारी के रूप में विख्यात राय ने कहा की मंदिर का कार्य और भक्तो के दर्शन को इस तरह से संतुलन बना के किया जायेगा की रामलला और भक्तो को भी परेशानी न हो। जिसके लिए इंजीनियरो के साथ बैठ कर हम सलाह मशवरा करेंगे और ऐसा इंतजाम करेंगे की श्रद्धालुओं को गाड़ी लगाने के लिए किफायती जगह का इंतजाम हो।
ज्ञानवापी पर दी “राय ने राय “
राय विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं । उन्होंने ज्ञानवापी के उलझे मसलो को लेकर कहा कि अभी इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। मेरी दृष्टि बहुत ही स्पष्ट है में किसी को भी समाज में किसी की भावना को नुकसान नहीं पहुंचा रहा हूँ परन्तु एक बात जरूर कहूंगा कि अगर दोपहर का खाना पच जाये तो शाम को भोजन करना चाहिए वरना कुपच हो जाता है। और आगे कहा कि अभी एक चीज को पूरी तरह से स्थापित होने दो ज्यादा जोश में बोलना और शांतिपूर्ण कोई काम करना दोनों में फर्क होता है। अभी ज्ञानवापी परिसर को पूजा अर्चना के लिए खोल दिया है परन्तु मुस्लिम पक्ष की सुनवाई 15 फरवरी को होनी है