सैंटियागो मार्टिन

मजदूर बना लॉटरी किंग आइये जानते हैं कैसे

आपको बता दें की इलेक्टोरल बॉन्ड से संबंधित जानकरियों को ECI यानि की चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दाल दिया गया है। इस लिस्ट के पब्लिक होते ही कई नाम चर्चा में आने शुरू हो गए परन्तु इस वक़्त सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है फ्यूचर गेमिंग कम्पनी की। क्योंकि इस कम्पनी द्वारा 2019 -2024 के अंतराल में 1368 करोड़ के बॉन्ड्स खरीदे गए हैं। चलिए आपको बता दें कि यह कम्पनी किसके द्वारा चलाई जाती है। और चलाने वाले का नाम है सैंटियागो मार्टिन।

फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज नाम कि कम्पनी को सैंटियागो मार्टिन नामक व्यक्ति चलता है यह शख्स को ‘लॉटरी किंग’ के नाम विख्यात है। चलिए अब आपको बताते हैं की इस शख्स का नाम फ्यूचर गेमिंग कंपनी के किस तरह भारत के राजनीतिक दलों को बॉन्ड्स केजुड़ा? तो बात ऐसी है कि मई 2023 में मार्टिन की 457 करोड़ की संपत्ति को ED द्वारा अटैच किया था। और यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से सम्भंधित था। और जब इसका पता चला भी तो इस मामले को CBI के एक आरोप पत्र से सामने लाया । इस त्र के अनुसार , सैंटियागो मार्टिन फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को ये उनका 75वां स्क्रिनप्ले था जो मैक्सिम गोर्की चला रहा है आरोप पत्र में लिखित है कि वर्तमान में इस कंपनी का नाम है – फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और इससे पहले इस कंपनी का नाम था – मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड। चलिए तो अब देखते हैं कि मार्टिन ने कैसे कि मनी लॉन्ड्रिंग , आखिर ये देश के राजनीतिक दलों को बॉन्ड्स के द्वारा सबसे ज्याद मात्रा चंदा देने वाली कंपनी के मालिक पर हेरफेर का आरोप कैसे लगा ?

ED का कहना है कि ‘लॉटरी किंग’ पर लॉटरी रेगुलेशन एक्ट 1998 के उल्लंघन करने का आरोप लगा था , और आरोप यह लगा कि मार्टिन द्वारा सिक्किम कि सरकार को धोखादड़ी कर गलत तरीके से लाभ प्राप्त करने के लिए आपराधिक चाल चली थी और केरल में, ऐसे आरोप लगे। फिर ED ने कोयंबटूर और फिर चेन्नई में उसके परिवार के लोगों और कंपनी के ठिकानों पर छापा मारा। ED द्वारा 22 जुलाई 2019 को अपने एक बयान में यह कहा गया।

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“मार्टिन और उनकी सहयोगी कंपनियों और संस्थाओं ने 01 अप्रैल 2009 से 31 अगस्त 2010 की अवधि तक लॉटरी टिकटों के दावे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गैरकानूनी लाभ अर्जित और इससे सिक्किम सरकार को 910 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। “

इस केस के विषय में जांच पड़ताल 2022 एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड से शुरू हुई। और साल 2019 के जुलाई में कंपनी के 250 करोड़ की संपत्ति को साथ में अटैच किया गया। और 2 अप्रैल 2022 को भी 409.92 करोड़ की संपत्ति को जोड़ा गया।

क्या – क्या आरोप लगे थे ?


मार्टिन फाउंडेशन के मुताबिक , सैंटियागो मार्टिन म्यांमार के यांगून में एक मजदूर का काम करता था। और 1988 में जिस समय वो भारत लौटा और तमिलनाडु में अपना लॉटरी के धंधे कि शुरुआत कि तो बाद में उसने इसकाफैलाव केरल और कर्नाटक में भी किय।मार्टिन ने पूर्वोतर में लॉटरी के सरकारी प्रोजेक्ट्स को संभालने का काम किया। इसके बाद उसने कुछ संस्थाएं भूटान और नेपाल में भी शुरू की और अपना बिजनेस को विदेशों तक ले गया। फाउंडेशन की वेबसाइट के अनुसार उसने मैन्यूफैक्चर, रियल एस्टेट, कपड़ा और हॉस्पिटैलिटी जैसे बहुत सेअन्य व्यवसायों में हाथ आजमाया।

वेबसाइट यह दावा करती है कि वो ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज का अध्यक्ष है। ये इस तरह का संगठन है जो लॉटरी बिजनेस के विस्तार और उसका विश्वास लोगों में बढ़ाने के लिए काम करता है। फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और स्पोर्ट्स सट्टेबाजी में कार्यरत था।

क्या -क्या काम करता था ?

मिनिस्ट्री ऑफ कारपोरेट अफेयर्स का कहना है की इस कंपनी ने 30 दिसंबर 1991 को शुरुआत कि थी। जिसका दर्ज हुआ ऑफिस कोयंबटूर, तमिलनाडु । पर कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्व नहीं है। कंपनी की ऑथराइज्ड कैपिटल होगी – 50 करोड़ और पेड अप कैपिटल है- 10 करोड़ 7 लाख 14 हजार रुपए हो सकती है। खास बात यह कि इसका बिज़नेस सिर्फ लोटरी तक ही सिमित नहीं था बल्कि मार्टिन होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल जो कि कोयम्बटूर में था इसके साथ – साथ एक TV चैनल जिसका नाम SS Music तक चर्चित है। इसके अतिरिक्त M &स प्रॉपर्टी डेवलमेंट, मार्टिन नन्थावनम अपार्टमेंट और लीमा रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड भी मार्टिन ही देखता है।

DMK की पार्टी से 2011 में तमिलनाडु के CM एम करुणानिधि। जिन्होंने इलाइगनन फिल्म को लिखा और ये उनका 75वां स्क्रिनप्ले था जो मैक्सिम गोर्की की द मदर पर बेस्ड था। – सैंटियागो मार्टिन इस फिल्म के प्रोड्यूस थे मार्टिन ने फिल्म में 20 करोड़ रुपए लगाए।

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