क्या बरकरार रहेगी सीएम शिंदे की सीट

महाराष्ट्र में पिछले कुछ समय से विधायक शिवसेना काफी चर्चा में चल रहे हैं, जिनके अयोग्यता मामले पर निर्णय आज आएगा। महारष्ट्र के स्पीकर राहुल नार्वेकर 34 याचिकाओं पर बुधवार को अपना फैसला सुनाएंगे , यह याचिकायें दो प्रतिद्वेंदी शिवसेना कि शिवसेना छोड़कर एकनाथ शिंदे के साथ जाने वाले 16 विधायक अयोग्य हैं या नहीं। इससे पहले ही 7 जनवरी की दोपहर के भोजन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की मुलाकात हुई। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच गुपचुप बैठक भी हुई। इसमें क्या बात हुई वह किसी को नहीं पता। इधर इस सीक्रेट मीटिंग की बात उद्धव ठाकरे गुट को पता चली तो पार्टी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। बैठक पर आपत्ति जताते हुए उद्धव ठाकरे गुट की ओर से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दाखिल किया गया है। वहीं, एकनाथ शिंदे गुट को अयोग्य घोषित किए जाने की स्थिति में उद्धव खेमे की ताकत बढ़ना तय माना जा रहा है. इसका राजनीतिक लाभ भी उद्धव गुट को मिलेगा.

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उद्धव गुट की कोशिश रहेगी कि कुछ महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को उठाया जाए और उसके बाद विधानसभा चुनाव में भी इसी मसले के बहाने बीजेप और शिंदे को घेरा जाए. कोकण की जनता का बालासाहेब ठाकरे से अटूट रिश्ता उन्होंने कहा कि कोकण की जनता का हिंदूहृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे से अटूट रिश्ता है। शिवसेना और शिवसेना के धनुष-बाण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। यह धनुष-बाण भगवान श्रीराम का धनुष-बाण है। बालासाहेब का धनुष-बाण है और आम जनता का धनुष-बाण है। हमने सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सिद्धांतों के लिए लड़ाई लड़ी। हमें क्या मिलेगा, इसके बजाय इस राज्य को क्या मिलेगा, इसके बारे में हमने सोचा। इसलिए असली शिवसेना और धनुष्य-बाण हमारे पास है और इस धनुष-बाण के साथ कोकण की जनता हिंदुत्व के दुश्मनों और विघ्नसंतोषी लोगों को नष्ट किए बिना नहीं रहेगी

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