लौह अयस्क खदानों से गैरकानूनी मामले में जनार्दन रेड्डी कि भाजपा में वापसी
कर्नाटक के विधायक और खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी की भाजपा में दोबारा आगये हैं। रेड्डी गंगावती निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। आपको बता दें कि आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले 25 मार्च को अपनी पार्टी में भाजपा में लिया है। जिनकी पार्टी का नाम था कल्याण राज्य प्रगति पक्ष । साल 2022 में उन्होंने भाजपा से अलग होकर KRPP पार्टी के निर्माण किया था।
रेड्डी पर 9 सीबीआई के कई मामले चल रहे हैं।
रेड्डी ने भाजपा में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि वह भाजपा को सपोर्ट करेंगे। परन्तु केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह KRPP पार्टी के विलय पर ज़्यादा जोर दे रहे थे । रेड्डी ने कहा कि शाह ने उनसे कहा कि बाहरी समर्थन का सवाल ही नहीं उठता।
आपको बता दें कि गृह मंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि उनका राजनीतिक जन्म भाजपा से ही हुआ है, और उन्होंने रेड्डी से पार्टी में वापस आने के लिए कहा। और पहले भी कुछ करने कि बजह से उनको भाजपा छोड़ना पड़ा था।
एक रिपोर्ट के अनुसार , रेडी कि पहचान शेडूल कास्ट एक नेता और खनन क्षेत्र के एक दिग्गज के रूप में हुयी थी। साल 2004 से 2013 तक उत्तरी कर्नाटका के बेल्लारी। रायचूर और कोप्पल जिलों में भजपा के सफल होने के पीछे रेडी का बहुत बड़ा हाथ है । फिर भी खनन के घोटाले ने उनके जीवन में मुश्किलें पैदा कर दी हैं।
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2008 से 2013 के दौरान दक्षिणी भारत के किसी राज्य में पहली बार भाजपा की सरकार रही। जनार्दन रेडी के भाई सोमशेखर रेड्डी उस समय विधायक थे। और इनके ही एक और भाई जिनका नाम करुणाकर रेड्डी था संसद थे। इनके ऊपर आरोप लगे हैं कि इन्होंने जंगलों के साथ प्राइवेट और सरकारी कंपनियों की लौह अयस्क खदानों से गैरकानूनी रूप से लौह अयस्क हड़प लिया।