Akhilesh Yadav Loksbha chunav

गुड्डू जमाली को सपा में शामिल करने पर अखिलेश यादव का कहना अब बस आधी लड़ाई बाकि हैं

आपको पता हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव अब आने वाले हैं जिससे सभी पार्टिया तरह तरह से अपने – अपने कामो में जुटी हुई हैं। तो आपको बता देते हैं कि भाजपा के बाद सपा बहुत ही एक्टिव नजर आ रही हैं। सपा ने यूपी में कई सीटों के लिए तो अपने प्रत्याशियों का भी एलान कर दिया हैं। और इंडिया गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग भी कर ली हैं बताया जा रहा हैं कि अखिलेश यादव इस बार यूपी के अस्सी सीटों पर अपना फोकस किये हुए हैं। इन सीटों पर सपा और पार्टी के प्रमुख यादव परिवार का ही बोलबाला रहेगा। इनमे आजमगढ़ , बदायूं , फिरोजाबाद , मैनपुरी जैसी जगह हैं और यद् दिला दें कि कि पिछले लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव आजमगढ़ की सीट जीते थे और।

साल 2022 उनके भाई उपचुनाव में सीट हार गए थे। राजनीतिक जानकर का कहना हैं कि इस बार आजमगढ़ सीट पर मुकाबला टक्कर का रहेगा।इस बार सपा ने BJP से लड़ने के लिए बसपा के पिछले उम्मीदवार गुड्डू जमाली को अपनी तरफ कर ये जंग आसान कर ली हैं । माय के समीकरण के द्वारा सपा यहां बाजी आगे रहना चाहती हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस सीट को जीतने के लिए हर संभव प्रयत्न कर रहे हैं। इनका पूरा ध्यान यहां अन्य जातियों के साथ यादव व मुस्लिमों को पूरी तरह अपनी ओर करने में हैं।

दूसरी ओर BJP ने भी मजबूत किलेबंदी कर रखी है, चुनाव से पहले ही पीएम मोदी का आजमगढ़ का दौरा एक खास अहमियत रखता हैं। बताया जा रहा हैं कि मोदी जी 8 मार्च को मंदुरी एयरपोर्ट और महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय समेत कई और परियोजनाओं का लोकार्पण कर सकते है।

भाजपा से मजबूत है सपा

सपा के एक वरिष्ठ नेता ने जानकारी दी कि अभी ‘INDIA’ गठबंधन उम्मीदवार की लिस्ट तय कर रहा हैं। लेकिन इस बार हम लोकसभा में समीकरण के मामले में BJP से काफी को पीछे छोड़ने वाले हैं। और यह भी बता रहे हैं कि शाह आलम गुड्डू जमाली 2022 में आजमगढ़ लोकसभा का उपचुनाव बसपा के टिकट पर लड़े थे। उस समय जिन्हे 2.66 लाख वोट मिले थे, यह चुनाव सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव BJP के दिनेश यादव निरहुआ से थोड़े वोटों से गंवा बैठे थे। तभी से सपा नेतृत्व की नजर गुड्डू जमाली पर टिकी हुई थी , वो अब हमारे साथ हैं इसलिए अब लड़ाई थोड़ी ही बाकि हैं।

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पसमांदा मुस्लिम समाज से आने वाले पूर्व विधायक को विधान परिषद भेजकर अखिलेश पसमांदा मुस्लिम समाज को अपनी और करने में जुटे हैं। इसके साथ ही मुस्लिम को एमएलसी बनाकर पीडीए जिसे आप पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक भी कहते हैं कि अपनी मुहिम को आगे बढ़ाने की आशा हैं। और आशा हैं कि गुड्डू जमाली के सपा में आ जाने से वहां पार्टी का काम आसान हो जायेगा। यहीं नहीं पूर्व मंत्री बलराम यादव को भी विधान परिषद भेजने की तैयारी है. पिछले साल के विधानसभा चुनाव में सपा आजमगढ़ में सारी सीटें जीत गई थीं लेकिन उसके बाद हुए उपचुनाव में BJP ने सपा को उसी के गढ़ में शिकस्त दे दी।

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